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Shayari

तस्वीर तेरी सीने से लगाऊँ अपने दिल में तुझे बिठाऊँ इश्क की आग में मैं जल जाऊँ अश्क के दरिया में बह जाऊँ आखिर मैं क्यों तुम्हे भुलाऊँ सारे सितम हसके उठाऊँ दर्द का सहकर जश्न मनाऊँ कितना प्यार हूँ तुमसे करता कैसे मैं ये तुम्हे बताऊँ आखिर मैं क्यों तुम्हे भुलाऊँ तन्हाई में याद चुराऊँ रात को तेरे ख्वाब सजाऊँ तेरे खयालों में खो जाऊँ अपने दिल को मैं सहलाऊँ आखिर मैं क्यों तुम्हे भुलाऊँ
ashiqkikalamse
Ashissh Nama
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